संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की हत्या की कड़ी भर्त्सना की है. सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान की जनता से संयम बरतने और देश में स्थायित्व बरकरार रखने की अपील करते हुए कहा है कि इस अपराध को अंजाम देने वालों, योजना बनाने वालों और धन उपलब्ध कराने वालों को क़ानून का सामना करना पड़ेगा. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस घटना की कड़ी निंदा हो रही है. अमरीका ने इसे 'कायरतापूर्ण' कार्रवाई करार दिया है. अमरीका के राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने एक बयान में कहा ' यह एक कायरतापूर्ण कार्रवाई है और जिन्होंने ऐसा किया है उन्हें क़ानून का सामना करना पड़ेगा.' उन्होंने कहा कि ऐसे समय में उनका पूरा समर्थन पाकिस्तानी जनता के साथ है जो लोकतंत्र की बहाली चाहते हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान कि मून ने बेनज़ीर की हत्या की कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा है कि यह एक नृशंस हत्या है और पाकिस्तान में अस्थिरता फैलाने के लिए ऐसा किया गया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद इस मामले में एक आपात बैठक कर रहा है. ब्रिटेन सरकार ने भी बेनज़ीर की हत्या की निंदा की है और कहा कि ऐसी निरर्थक हिंसा का कोई मतलब नहीं है. प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने अपने बयान में कहा कि बेनज़ीर ने यह साबित कर दिया कि वो दिलेर महिला थीं. उन्होंने कहा कि भले ही बेनज़ीर भुट्टो अब हमारे बीच नहीं रहीं लेकिन पाकिस्तान को लोकतंत्र की राह बंद नहीं होती है. पाकिस्तान को लोकतंत्र की बहाल के लिए प्रयास करते रहना चाहिए. इससे पहले ब्रिटेन के विदेश मंत्री मिलीबैंड ने इसे जघन्य कृत्य बताया है और और पाकिस्तान में संयम और एकता की अपील की है. पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री और पीपुल्स पार्टी की नेता बेनज़ीर भुट्टो की गुरूवार, 27 दिसंबर 2007 को एक आत्मघाती हमले में हत्या कर दी गई है. बेनज़ीर भुट्टो इस्लामाबाद के नज़दीक रावलपिंडी में एक चुनाव रैली को संबोधित कर रही थीं और वह आत्मघाती हमले का शिकार हो गईं. राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ और उनकी सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है ताकि "आतंकवादियों को नापाक इरादों को नाकाम किया जा सके."
पाकिस्तान के एक अन्य पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने उनकी मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है.
सौजन्य- BBCHINDI
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