रंगकर्मी परिवार मे आपका स्वागत है। सदस्यता और राय के लिये हमें मेल करें- humrangkarmi@gmail.com

Website templates

Sunday, June 21, 2009

लो क सं घ र्ष !: प्रहरी मुझको कर डाला...

लघु स्मृति की प्राचीरों ने, कारा निर्मित कर डाला । बिठला छवि रम्य अलौकिक प्रहरी मुझको कर डाला ॥ पाटल-सुगंधी उपवन में, ज्यों चपला चमके घन में। वह चपल चंचला मूरत विस्थापित है अब मन में॥ परिधान बीच सुषमा सी, संध्या अम्बर के टुकड़े । छुटपुट तारों की रेखा हो लाल-नील में जकडे॥ -डॉक्टर यशवीर सिंह चंदेल 'राही'

No comments:

सुरक्षा अस्त्र

Text selection Lock by Hindi Blog Tips