रंगकर्मी परिवार मे आपका स्वागत है। सदस्यता और राय के लिये हमें मेल करें- humrangkarmi@gmail.com

Website templates

Saturday, August 29, 2009

लो क सं घ र्ष !: छायानट का सम्मोहन...

व्याकुल उद्वेलित लहरें, पूर्णिमा -उदधि आलिंगन आवृति नैराश्य विवशता , छायानट का सम्मोहन जगती तेरा सम्मोहन, युग-युग की व्यथा पुरानी। यामिनी सिसकती -काया, सविता की आस पुरानी। योवन की मधुशाला में, बाला है पीने वाले। चिंतन है यही बताता , साथी है खाली प्याले डॉक्टर यशवीर सिंह चंदेल 'राही'

No comments:

सुरक्षा अस्त्र

Text selection Lock by Hindi Blog Tips