रंगकर्मी परिवार मे आपका स्वागत है। सदस्यता और राय के लिये हमें मेल करें- humrangkarmi@gmail.com

Website templates

Wednesday, August 26, 2009

लो क सं घ र्ष !: लघुतम जीवन का अर्पण...

इसके विशाल पैरो में मानव का आत्म समर्पण। भावना विनाशी का क्रंदन लघुतम जीवन का अर्पण ॥ घर काल जयी आडम्बर, इस नील निलय के नीचे । भव विभव पराभव संचित, लालसा कसक को भींचे ॥ निज का यह भ्रम विस्तृत है , है जन्म मरण के ऊपर। यह महा शक्ति बांधे है, युग कल्प और मनवंतर ॥ डॉक्टर यशवीर सिंह चंदेल 'राही'

No comments:

सुरक्षा अस्त्र

Text selection Lock by Hindi Blog Tips