पानी में तरंग
मन में उमंग
प्रेम की पतंग
उठने दो
रिमझिम बरसात
धडधड प्रपात
मनका अवसाद
गिरने दो
रात की बात
सपनों का साथ
हाथों में हाथ
रहने दो
वीणा झंकार
विविध प्रकार
सपनें साकार
होने दो
रंगकर्मी पर प्रकाशित सभी लेख लेखकों की व्यक्तिगत राय या सोच है। प्रत्येक लेख (पोस्ट) से सम्बन्धित लेखक ही उसके लिये पूर्णतया ज़िम्मेदार है। रंगकर्मी पर प्रकाशित किसी भी लेख को लेकर होने वाले विवाद या आपत्ति का रंगकर्मी के संचालक/संपादक से कोई लेना देना नही होगा। सभी लेखकों से अनुरोध है कि वो कोई भी विवादित लेख, तस्वीर या सामग्री रंगकर्मी पर प्रकाशित ना करें। इस तरह के लेख या तस्वीर को बिना किसी सूचना के ब्लॉग से हटा दिया जायेगा। सम्पादक-रंगकर्मी
4 comments:
रात की बात
सपनों का साथ
हाथों में हाथ
रहने दो
sweet lins.....
Jab Koi Bat Bigad Jaye to Dena Satha mera
पानी में तरंग
मन में उमंग
प्रेम की पतंग
उठने दो
"bhut sunder"
Ms Joglekar, it can't only be your experience that makes you express everything so well measured and beautiful.. Hope it says all
Post a Comment