जहां रहे झंडे के संग, सिर भी ऊंचा हमारा
हमारे सपनों का हिन्दुस्तान वो प्यारा ।
जहां होगा प्यार आपस में, सब में
न कोई जातिभेद, होगा सिर्फ भाई चारा ।
लडाई तो सिर्फ देश के दुष्मन से
अपना तो होगा, मेहनत यही नारा ।
सब अपना काम करेंगे मन लगा कर
बेहतर उसे करने का होगा प्रयत्न सारा ।
देश की सुरक्षा होगी सर्वोपरि
अपना और स्वार्थ का बलिदान हो हमारा ।
नेता अपनी शपथ निभायेंगे प्राण पण से
जैसे थे वे पहले के, जिन्होने तन,मन,धन वारा ।
नदियां स्वच्छ जल बहायेंगी कल कल कल
स्वच्छ ही रखेंगे हम हर सागर किनारा ।
रास्ते रखेंगे साफ न फेकेंगे करकट
नालियों का जल अलग एकत्र होगा सारा ।
उद्योग, नियम पालेंगे, न फैलायेंगे प्रदूषण
स्वच्छ हवा, स्वच्छ जल, सुंदर वसुंधरा ।
एक सुधरा जीवन मिलेगा हर किसी को
मेहनत से मिलेगा रोटी का सहारा ।
काश ये सपना सच हो जाये अपना
तब हम कहेंगे , सबसे प्यारा, हिन्दुस्तान हमारा ।